Sunday, December 21, 2008

अधूरी कविता

3 comments:

  1. बहुत अच्छे...आपकी रचना बहुत शानदार लगी !!!

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  2. बहुत बहुत धन्यवाद् . नन्हे मियां

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  3. "बेदम होती बेजुनून आवारगी
    सिगरेट, किताबे और ओंरतें
    कुछ और बेवजह की आदतें
    अच्ह्हा है "
    ये तेवर तो बेहतरीन है , नया भी . अद्भुत है

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